काश कभी तुम समझ सको….मेरी कलम से | Hindi Kavita | काव्य रचना | Jovial Talent
काश कभी तुम समझ सको….मेरी कलम से अपने सपनों का दमन किया, तेरे सपनों को नमन किया। अपने सारे कर्तव्यों का मैंने, हँसते-हँसते …
काश कभी तुम समझ सको….मेरी कलम से अपने सपनों का दमन किया, तेरे सपनों को नमन किया। अपने सारे कर्तव्यों का मैंने, हँसते-हँसते …
माँ एक बार तो आ जाओ ना – Hindi Kavita …
कोरोना कोरोना…..मेरी कलम से | Hindi Kavita कोरोना कोरोना ऐसा सितम करो ना । किसी और के गलती की, हम सब को सज़ा दो ना ।। पूरे विश्व मे तहलका, …
याद आती है मुझे……मेरी कलम से याद आती है मुझे, गुजरे जमाने की वो धुंधली तस्वीर… वो रातों को जगना, अरमानों को पंख लगाना, निंदिया को भगाकर, किताबों को जगह …
शब्दों की माला जब तक मुझको न था उचित ज्ञान, शब्दों के प्रयोग से थी मैं अनजान, न था इन पर मेरा तनिक ध्यान, न ही थी इनकी मैं कद्रदान। …