Rahu Grah Ki Shanti Ke Upay – राहु ग्रह दोष का निवारण
किसी व्यक्ति के जीवन में ग्रहों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ये ग्रह उसके जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालते है। इन ग्रहों का आपस में संयोजन भी व्यक्ति को बहुत प्रभावित करता है। सभी ग्रहों की तरह राहु ग्रह का भी कुंडली (Kundali) में महत्व है. राहु दोष (Rahu Dosh) होने से काम में बाधा, धन हानि, मानसिक पीड़ा, कमजोर आत्मविश्वास आदि की समस्याएं होने लगती हैं.
कुंडली में राहु दोष
अगर कुंडली में राहु दोष (Rahu Dosh) बन जाए तो मानसिक तनाव बढ़ता है. इसके अलावा आर्थिक नुकसान, तालमेल की कमी और ग्रहों का अशुभ प्रभाव पड़ने लगता है. जातक को जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इससे उसे आर्थिक परेशानियां झेलनी पड़ती हैं और बनते हुए कई काम अटक जाते हैं.
अगर आप भी राहु दोष से पीड़ित हैं, तो इन्हें दूर करने के लिए कुछ आसान से उपायों को अपनाया जा सकता है. आइये जाने राहु ग्रह की शांति के उपाय (Rahu Grah Ki Shanti Ke Upay) ….
राहु ग्रह दोष का निवारण ( Rahu Grah Ki Shanti Ke Upay )
जिनका राहु खराब होता है वे लोग गंदे तरीके से रहते हैं नहाते नही हैं । उनके नाखून बढ़े हुए रहते हैं । वे किसी की बात नही सुनते हैं और खुद को सर्वोपरि समझने लगते हैं। इनमें धैर्य की भी कमी होती है। खराब राहु का अन्य ग्रहों पर भी दुष्प्रभाव पड़ने लगता है. बनते काम बिगड़ने लगते हैं. पैसे की बर्बादी होने लगती है.
आप कुछ आसान उपायों से राहु दोष से मुक्ति पा सकते हैं. तो आइये दोस्तोँ, जानते हैं कि Rahu Grah को शुभ करने के लिए कौन से उपाय किये जायें …
राहु ग्रह के प्रभाव को दूर करने के ज्योतिषीय उपाय :
1. नहाने की बाल्टी में गेंदे के फूल की पत्तियां, गंगा जल तथा कुशा डालकर नहाये और ओम नमः शिवाय का जाप करें।
2. बुधवार को विकलांगों तथा अनाथ लोगोँ सहायता करें।
3. रविवार को बिना पत्तों की मूली किसी गरीब को दान करें।
4. 250 ग्राम सौंफ तथा कुशा लेकर उसे लाल कपड़े में रखकर तकिया बनाकर रात को सोयें।
5. अपनी लंबाई के बराबर नीला धागा लें और नारियल के ऊपर लपेटकर किसी शुक्रवार की रात सिरहाने रख कर सोयें और शनिवार को अपने सिर से सात बार वार कर किसी बहते जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा 2 शुक्रवार को करें।
Rahu Grah Ki Shanti Ke Upay
7. अपनी छत पर सात प्रकार के अनाज और किसी पात्र में जल रख कर पक्षियों को दें।
8. महीने में एक बार किसी अस्पताल जाकर वहां का जल ग्रहण कर लें।
9. शनिवार को सफेद तिल तथा चीनी मिलाकर चींटियों को खिलायें।
10. अपने शयनकक्ष में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा बंद घड़ियां न रखें।
11. मांस मदिरा का बिल्कुल भी सेवन न करें।
12. काले तथा नीले कपडों का बिल्कुल इस्तेमाल न करें।
14. अगर कुंडली में शुक्र आगे और बुध पीछे हो तो राहु अच्छे फल देता है परंतु इसके विपरीत बुरा प्रभाव देता है।
15. अष्टम भाव का राहु परिवार से अलग कर देता है। बवासीर का रोगी भी बना देता है। परंतु जातक बहुत बुद्धिमान होता है।
राहु ग्रह के अन्य ग्रह के साथ संयोजन के हमारे जीवन पर प्रभाव :
राहु कुंडली का महत्वपूर्ण ग्रह है। ये खुद तो हमारे जीवन पर प्रभाव डालता ही है लेकिन इस ग्रह का कुंडली के अन्य ग्रहों के साथ संयोजन भी व्यक्ति को अलग अलग तरह से प्रभावित करता है।
राहु-सूर्य :
राहु-चन्द्रमा :
राहु-मंगल :
Rahu Grah Ki Shanti Ke Upay
राहु-बुध :
राहु-बृहस्पति :
राहु-शुक्र :
राहु-शनि :
राहु मंत्र (Rahu Grah Mantra)
Conclusion
दोस्तों, आज हमने राहु ग्रह की शांति के उपाय ( Rahu Grah Ki Shanti Ke Upay ) के बारे में बताया। हमारी ये पोस्ट कैसी लगी, कृपया कमेन्ट करके बताएं। अगर पोस्ट अच्छी लगी हो या आपको इस post से related कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे comment करें और इस post को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें .